सोमवार को सैकड़ों की संख्या में कैब चालकों ने संयुक्त संघर्ष मोर्चा उत्तर प्रदेश के बैनर तले ईको गार्डन में धरना प्रदर्शन किया, जिसमें वे अपनी कई मांगों को लेकर आवाज उठाया।
लखनऊ | सोमवार को सैकड़ों कैब चालकों ने संयुक्त संघर्ष मोर्चा उत्तर प्रदेश के बैनर तले ईको गार्डन में धरना प्रदर्शन किया और अपनी कई मांगों को उठाया।
कैब चालकों ने प्राइवेट टैक्सी और बाइक चलाना बंद करने का अनुरोध किया। जब गाड़ी धीरे बंद नहीं हुई, चालक ने सड़क पर उतरने की चेतावनी दी। विरोधी पक्ष ने भी अवैध प्राइवेट टैक्सी पर कार्रवाई की मांग करते हुए मुख्यमंत्री को एक पत्र भेजा।
धरने को सम्बोधित करते हुए आर के पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष, कैब ऑनर्स चालक वेलफेयर समिति, ने कहा कि परिवहन विभाग की गलत नीतियों से आज कैब मालिकों और चालकों का आर्थिक और मानसिक शोषण हो रहा है। लखनऊ रेडियो टैक्सी चालक संघ के अध्यक्ष कौशल सिंह ने चेतावनी दी कि अगर प्राइवेट वाहन टैक्सी का संचालन बंद नहीं हुआ तो वे चालक परिवहन विभाग का घेराव करेंगे, जिसके लिए शासन प्रशासन उत्तरदायी होगा।
इंडिपेन्डेंट ऐप बेस्ट कैब्स एंड ड्राइवर्स एसोसिएशन के महामंत्री जावेद खान ने कहा कि प्रदेश में प्राइवेट वाहन अलग-अलग कंपनियों में चल रहे हैं, जो भारतीय मोटर वाहन एक्ट और परमिट शर्तों का स्पष्ट उल्लंघन है। राष्ट्रवादी यूनियन शक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष विपिन सिंह ने कहा कि चालकों की समस्याओं और मांगों को हल करने के लिए संघर्ष जारी रहेगा।
प्राइवेट कार टैक्सी और अवैध बाइक टैक्सी से आरटीओ को हटाएँ। वाहन चालक और मालिक सामाजिक संघ के जिला अध्यक्ष रिजवान आलम ने कहा कि आरटीओ शहर में अवैध वाहनों पर सख्त कार्रवाई करेगा। व्यापारिक उद्देश्यों के लिए प्राइवेट वाहनों का उपयोग करने पर ट्रैफिक पुलिस और सिवल पुलिस कार्रवाई करें। मुकेश सिंह, चालक सारथी वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष, ने कहा कि परिवहन विभाग की अनुमति के बिना ओला, उबर और रैपिडो चलाने वाले चालकों की जांच की जानी चाहिए।
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