मंगलवार का दिन वैसे तो बजरंगबली का दिन माना जाता है, लेकिन नाग पंचमी का पर्व भी उसी दिन पड़ने से नवाबों की नगरी और भी खूबसूरत हो गई।
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अमीनाबाद में पहलवानों की कुश्ती, दांव-पेंच और ताकत देखने को मिली! |
- नाग पंचमी पर नवाबों की नगरी में जगह-जगह कुश्ती के दंगल आयोजित किए गए
- कुश्ती के बीच पहुंचे उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि परंपरा को जीवित रखना जरूरी है
लखनऊ। मंगलवार का दिन वैसे तो बजरंगबली का दिन माना जाता है, लेकिन नाग पंचमी का पर्व भी उसी दिन पड़ने से नवाबों की नगरी और भी खूबसूरत हो गई। नाग पंचमी के मौके पर शहर में जगह-जगह कुश्ती और दंगल का आयोजन किया गया, वहीं दोपहर में चौक और आसपास के इलाकों के लोगों ने टोलियां बनाकर गुड़ियों को पीटकर त्योहार की रस्में निभाईं। पहलवानों ने बजरंगबली की जय बोलते हुए कुश्ती लड़ी। उनके दांव-पेंच देखकर लोग मंत्रमुग्ध हो गए।
उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक अमीनाबाद में आयोजित कुश्ती दंगल में शामिल हुए और कहा कि इन परंपराओं को जीवित रखना हमारी जिम्मेदारी है। चौक स्थित बाग महानारायण में 56वां गोमती पहलवान अखाड़ा महोत्सव मनाया गया। पारंपरिक कुश्ती दंगल कीचड़ और सुंदरकांड पाठ में आयोजित किए गए।
कुश्ती दंगल में पहलवानों ने कमर ढाक, चकरी, धोबी पट और चपरास जैसे देसी दांवों से अपने प्रतिद्वंद्वियों को धूल चटाई। चौक, बालागंज, काकोरी, मड़ियांव और अन्य क्षेत्रों के 62 पहलवानों ने इस दंगल में भाग लिया। क्षेत्र के पार्षद अनुराग मिश्रा ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य पारंपरिक कुश्ती को बढ़ावा देना और युवा पहलवानों को प्रोत्साहित करना है।
गणेशगंज स्थित गिरधारी उस्ताद अखाड़े में कार्यक्रम की शुरुआत अखाड़े के संस्थापक स्वर्गीय गिरधारी उस्ताद और महंत गुरु राम प्रकाश पहलवान को पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई।