दुबग्गा इलाके में कपड़ा कारोबारी की संदिग्ध परिस्थितियों में कनपटी में गोली लगने से मौत हो गई। मृतक की पत्नी ने हत्या का आरोप लगाया है।
लखनऊ/ काकोरी। दुबग्गा इलाके में कपड़ा कारोबारी की संदिग्ध परिस्थितियों में कनपटी में गोली लगने से मौत हो गई। मृतक की पत्नी ने हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस आत्महत्या व हत्या में गुत्थी सुलझाने में उलझी है। पुलिस ने घटनास्थल से कारोबारी की लाइसेंसी बंदूक, देशी तमंचा और दो पेज का सुसाइड नोट बरामद किया है। सुसाइड नोट में तीन लोगों के नाम लिखे हैं। इनमें से एक व्यक्ति से 38 लाख के लेनदेन की जिक्र है।
मामले में पुलिस दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। मूलत: हरदोई जिले के अतरौली थाना अंतर्गत नेवादा पीपर गांव निवासी सुनील कुमार लखनऊ के ठाकुरगंज स्थित फरीदीपुर में परिवार संग रहते थे। सुनील ने करीब दो माह पहले दुबग्गा की आश्रयहीन कॉलोनी में जैकेट का कारोबार शुरू किया था। सुनील के संग साला छुन्नू उर्फ कृष्ण कांत निवासी, हरगांव सीतापुर और दोस्त राकेश निवासी दुबग्गा भी रहते थे। बुधवार सुबह करीब 8 बजे संदिग्ध परिस्थितियों में कनपटी पर गोली लगने से सुनील की मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि घटना के समय राकेश और छन्नू भी कमरे में थे। साले छन्नू ने घटना की जानकारी सुनील के बड़े बेटे हिमांशू को दी। मौके पर पहुंचे हिमांशु की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल से दो पेज का सुसाइड नोट, सुनील की लाइसेंसी दो नाली 38 बोर बंदूक और तमंचा 315, व खाली खोका बरामद किया। सुनील के संग मौजूद दो लोगों को पुलिस ने पूछताछ के लिये हिरासत में लिया।
फोरेंसिक टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए हैं। एसीपी काकोरी शकील अहमद ने भी घटना स्थल पर छानबीन की। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। इंस्पेक्टर दुबग्गा अभिनव वर्मा ने बताया कि परिजनों की तरफ से अभी कोई तहरीर नही आई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।
पत्नी ने रुपयों के लेने देने में लगाया हत्या का आरोप
पत्नी गुड़िया का कहना है कि पति आत्महत्या नहीं कर सकते, यदि रुपयों के लेन देने में उनकी हत्या की गयी है। बताया कि पति मंगलवार शाम को काम से कहीं गए थे। जहां से घर लौटने पर वह काफी परेशान लग रहे थे।
सुसाइड नोट में लिखा, मेरे साथ बहुत बड़ा धोखा हुआ है...
मेरे साथ बहुत बड़ा धोखा और फ्रॉड हुआ है... अपनी जान देने के अलावा अब हमारे पास कुछ नहीं बचा है। आगे लिखा है कि हिमेंद्र, इमरान और कामरान को मैंने इतना रुपया दिया। हमारी आखिरी ख्वाहिश है कि हमारा जितना रुपया है, हमारे घर वालों को दिलाया जाए या पत्नी के नाम करवा दिया जाए। हमारी डेडबॉडी हिमेंद्र वर्मा के घर में रखकर अंतिम संस्कार के लिए ले जाना। बताया जा रहा है कि सुसाइड नोट में पारा इलाके में रहने वाले हेमेंद्र नाम के किसी व्यक्ति से 38 लाख रुपये के लेनदेन का जिक्र है।
सुनील ने मकान दो माह पहले ही खरीदा था
सुनील ने आश्रयहीन कॉलोनी में करीब दो महीने पहले मकान खरीदा था। इसी में जैकेट रखने के लिए गोदाम बनाया था। यह भी चर्चा रही कि मकान खरीदने के समय पारा के बुद्धेश्वर निवाासी किसी व्यक्ति से रुपयाें का लेन देन किया था। इसमें कुछ पैसा उसने वापस किया था और कुछ बाकी था। रुपये को लेकर कुछ दिन पहले उसने पारा थाने में तहरीर दी थी। तब पुलिस ने दोनों पक्षों में समझौता करा दिया था।
साले व दोस्त ने घटना के समय आराम करने कहि थी बात
सुनील के संग घटना के समय कमरे में साला छुन्नू व दोस्त राकेश मौजूद था। दोनों का कहना है कि रात में वह सुनील के संग अपने-अपने बिस्तर पर साेये थे। सुबह गोली चलने की आवाज से उनकी नीद खुली। इसके बाद सुनील को खून से लथपथ देखा। यह भी पता चला है कि सुनील ने लाइसेंसी बंदूक से कुछ प्रतिष्ठान पर गार्ड की नौकरी भी की थी।