"मैंने ज़हर खा लिया..." प्रयागराज के एक युवक ने जैसे ही इंस्टाग्राम पर यह पोस्ट शेयर की, मेटा ने अलर्ट भेज दिया और उत्तर प्रदेश पुलिस की तत्परता से एक जान बच गई।
- मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस मौके पर पहुँची
- आर्थिक तंगी से उपजे मानसिक अवसाद के चलते उसने यह उठाया कदम
लखनऊ। "मैंने ज़हर खा लिया..." प्रयागराज के एक युवक ने जैसे ही इंस्टाग्राम पर यह पोस्ट शेयर की, मेटा ने अलर्ट भेज दिया और उत्तर प्रदेश पुलिस की तत्परता से एक जान बच गई। कल रात लगभग 10:59 बजे, लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय को मेटा के सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सिस्टम से एक ईमेल अलर्ट प्राप्त हुआ। पोस्ट में प्रयागराज के पुरामुफ्ती थाने के एक 33 वर्षीय व्यक्ति द्वारा आत्महत्या के प्रयास का उल्लेख था।
पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण के निर्देशों के बाद, मुख्यालय की सोशल मीडिया टीम ने मोबाइल नंबर के आधार पर युवक की लोकेशन ट्रैक की और तुरंत प्रयागराज पुलिस को सूचित किया। मात्र 10 मिनट के भीतर, पुरामुफ्ती थाने के प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह अपनी टीम के साथ युवक के घर पहुँच गए। पूछताछ में पता चला कि युवक ने चूहे मारने की दवा खा ली थी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने उसे तुरंत सरकारी वाहन से अस्पताल में भर्ती कराया। अगले दिन युवक की हालत सामान्य हो गई।
पूछताछ में उसने बताया कि वह शादियों में वेटर का काम करता था, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण मानसिक अवसाद में आकर उसने यह कदम उठाया। पुलिस ने न केवल समय रहते युवक की जान बचाई, बल्कि उसे आत्महत्या के डर से उबरने में भी मदद की। उन्होंने न केवल उसकी जान बचाई, बल्कि उसे काउंसलिंग भी दी और भविष्य में ऐसा कदम न उठाने का वादा भी किया। परिवार ने उत्तर प्रदेश पुलिस की तत्परता और संवेदनशीलता के लिए आभार व्यक्त किया।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश पुलिस और मेटा कंपनी के बीच 2022 से एक विशेष सहयोग समझौता हुआ है, जिसके तहत फेसबुक या इंस्टाग्राम पर आत्महत्या से संबंधित पोस्ट मिलने पर उत्तर प्रदेश पुलिस को अलर्ट भेजा जाता है। इस समझौते के तहत, उत्तर प्रदेश पुलिस ने 1 जनवरी, 2023 से 31 जुलाई, 2025 के बीच कुल 1,195 लोगों की जान बचाई।