गर्भवती व बच्चों में कुपोषण की रोकथाम के लिए जनपद में संभव 3.0 अभियान एक जून से शुरू हो चुका है।
वाराणसी। व बच्चों में कुपोषण की रोकथाम के लिए जनपद में संभव 3.0 अभियान एक जून से शुरू हो चुका है। विगत दो वर्षों से अभियान से प्राप्त सकारात्मक परिणाम व सफलता के आधार पर इस बार यह अभियान जून से लेकर सितंबर तक चलाया जाएगा। अभियान के तहत 'पोषण के 500 दिन' के रूप में विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। यह जानकारी बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) दिनेश कुमार सिंह ने दी।
डीपीओ ने कहा - अति कुपोषित यानी सीवियर एक्यूट मालन्यूट्रीशन (सैम) एवं कुपोषित यानी मॉडरेट एक्यूट मालन्यूट्रीशन (मैम) से ग्रसित बच्चों के सुपोषण के लिए सभंव 3.0 अभियान शुरू किया गया है। गर्भवती और शिशु स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए यह अभियान चार माह तक चलेगा। अभियान के तहत समस्त आठ विकास खंडों व नगरीय विकास परियोजना में 30 सितंबर तक जिले के 3914 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषण व स्वास्थ्य से जुड़ी विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
उन्होंने बताया – वर्ष 2021 में संभव अभियान एक नवाचार के रूप में प्रारंभ किया गया था, जिसमें विशेष रूप से अति कुपोषित व कुपोषित बच्चों का चिह्नांकन, उपचार व सामुदायिक स्तर पर उनके प्रबंधन के साथ कुपोषण की रोकथाम के लिए व्यवहार परिवर्तन पर जोर दिया गया था। इस बार संभव अभियान के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बच्चों के साथ पहली तिमाही की गर्भवती का वजन व ऊंचाई मापेंगी। कुपोषित बच्चों व गर्भवती को चिन्हित कर उनकी चिकित्सकीय प्रबंधन की व्यवस्था की जाएगी।